इक्कसवी सदी, जहाँ माना जाता है- लड़का-लड़की एक सामान होते हैं। मैं एक छोटे से गाँव सहायल से हूँ। जहाँँ... इक्कसवी सदी, जहाँ माना जाता है- लड़का-लड़की एक सामान होते हैं। मैं एक छोटे से गाँव...
वो फिर से गली के उस मोड़ पर टकटकी लगाए चाय के ठेले के पास पड़ी बेंच पर बैठ गया, अवंतिका वो फिर से गली के उस मोड़ पर टकटकी लगाए चाय के ठेले के पास पड़ी बेंच पर बैठ गया, ...
विजय और सुखविंदर ने अपने कृषि उद्यमों लिखवा रखा था। विजय और सुखविंदर ने अपने कृषि उद्यमों लिखवा रखा था।
" पापा! पापा! मैं ..मैं ...किसी से प्यार करती हूँ।" " पापा! पापा! मैं ..मैं ...किसी से प्यार करती हूँ।"
फिर क्यों खोज रही हो उस आदमी को जो कभी अपना हो न सका। फिर क्यों खोज रही हो उस आदमी को जो कभी अपना हो न सका।
भई,हम ठहरे ,आज के अखबार। भई,हम ठहरे ,आज के अखबार।